बेहतर स्वास्थ उपलब्ध कराने के दिशा में युवतियों एवं महिलाओं के बीच नियमित रूप से फोलिक एसिड और आयरन टैबलेट वितरित करने का निदेश दिया गया। इसकी कमी रहने पर पहले से ही जिला मुख्यालय से अधियाचना करने का भी निदेश दिया.
संस्थागत प्रसव और चैथा एएनसी में कमी रहने पर जिला पदाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की। जिले में चैथा एएनसी होने के बाद 50 फीसदी से कम संस्थागत प्रसव होना कमतर प्रगति का सूचक है। एम्बुलेंस परिचालन में कमी और आशा कार्यकर्ता द्वारा अपने कत्र्तव्यों से विमुख होना इसके चिन्हित कारण हो सकते है.
जिला पदाधिकारी ने उक्त दोनों बिन्दु पर अनुश्रवण करने साथ ही साथ गड़बड़ी करने वालों पर शक्त कार्रवाई करने का निदेश दिया। तदनुसार 15 दिनों का मानदेय कटौती का भी निदेश दिया गया। आशा बीसीएम, एएनएम के साथ सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी इस संबंध में बैठक कर निदेश भी देगें.
महिलाओं का हीमोग्लोबिन जाँच नियमित रूप से होनी चाहिए। इसके लिए आवश्यक जाँच- किट और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए। परिवार नियोजन कार्यक्रम में आशा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है । आशा को और अधिक सक्रिय होकर काम करने की आवश्यकता है। कम से कम एक बंध्याकरण प्रति माह का लक्ष्य 01 आशा कार्यकर्ता को दिया गया.
बैठक में सिविल सर्जन उमेश चन्द्र शर्मा, एसीएमओ, डीआईओ, डीएस, डीपीएम एवं जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी सहित सभी चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित थे।
स्वास्थ्य विभाग के समीक्षा बैठक में DM का कड़ा निर्देश, गड़बड़ी हुई तो 15 दिन का मानदेय कटेगी...
Reviewed by Rohan Tiwari
on
November 23, 2022
Rating: